2 line shayari on eyes in hindi – aankhon pe shayari – टू लाइन शायरी ऑन आईज इन हिंदी लैंग्वेज – आँखों पर शायरी
खूबसूरत आँखों पर शायरी || 2 Line Shayari On Eyes in Hindi Aankhon pe shayari
- बेचैन तड़प रही है रूह मेरी, थोड़ी देर आराम होने दो।
आँखें झुका दो ज़रा सी अपनी, फिर ज़रा सी शाम होने दो।
- जा ही रहा था मैं दुनिया छोड़ कर, अचानक से जी गया,
तेरी आँखों से बह कर एक कतरा, मेरे सीने में जो पिघल गया।
- क्या हुआ जो नही कर सकता तेरा दीदार मैं,
दोनो आंखों ने भी तो एक दूसरे को नही देखा।
- कैसे छुपाओगे राज़ ए दिल हमसे ए हुज़ूर,
आपकी आँखें ही हमारी मुखबिर बन जाती हैं।
- सारी दुनिया से करती हैं दगा, पर मेरी वफ़ादार हैं उसकी आँखें,
मेरी याद में बहाए कितने अश्क़, इस राज़ की राज़दार हैं उसकी आँखें।
- इस दौड़ती भागती ज़िन्दगी में, थोड़ा सा और जी जाता हूँ।
जब झांकता हूँ उसकी आँखों में, और अपना चेहरा पाता हूँ।
- इस अंधेरे भरी दुनिया में, उजाला हो भी जाने दो।
खोल भी दो अब आंखें, सवेरा हो भी जाने दो। -
shayari on beautiful eyes
- जिस्म या की रूह का है दर्पण, या की हया हैं उनकी ऑंखें।
मैं अब तक समझ न पाया, आखिर क्या है उनकी आँखें
- अब समझ पाया कि खो क्यों गयी दुनिया से मासूमियत,
ख़ुदा ने मासूमियत का सारा खज़ाना उनकी आँखों मे जो लुटा दिया।
- थी मेरा कल, हैं मेरी आज, और होंगी मेरी कल उनकी आँखें,
खाता हूं ख़ुदा की कसम, हैं बड़ी निश्छल उनकी आँखें।
- पर्दे की ओट से शर्माती, खिड़की से झाँका दिन रात करती है।
बड़ी पगली है मेरी दिलरुबा, अब भी आँखों से ही बात करती है।
- उसकी आँखों ने मेरी आँखों से कुछ वादे किए थे,
बस उसी वादों के भरोसे पे गुज़र रही है ज़िन्दगी।
- हज़ारों खून के इल्ज़ाम आएंगे तुझ पर,
हज़ारों दिलों की कातिल हैं तेरी आँखें।
- तड़पती रूह कोई आख़िरन आराम पा जाए,
मर्ज़े-रूह की दवा के है क़ाबिल तेरी आँखें।
- तू सबूत है कि बैठा है वो कारीगर कहीं ऊपर
नूरे ख़ुदा की फ़ेहरिस्त में है शामिल तेरी आँखें।
- मैं औ तेरे शहर का हर बाशिंदा है खुश नसीब,
सबको कहाँ दुनिया में है हासिल तेरी आँखें।
- कि अटक जाए जहाँ जा कर के बार बार नज़र,
राधा के गोरे गालों का है मानो तिल तेरी आँखें।
- के जिसमे डूब कर सारा ज़माना हो जाए अमनज़दा
उस अम्न के समंदर की हैं साहिल तेरी ऑंखें।
- सुना है की पापियों को जन्नत होती नही नसीब,
ख़ुदा जाने कैसे गई हैं हमको मिल तेरी आँखें।
- फैला था अंधेरा ज़िन्दगी में मेरे जैसे,
तेरी आँखे क्या पड़ी जैसे चिराग जल उठे।
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Aankhon pe shayari
- ख़ुदा जाने के हैं ये तेरी आँखें या की,
रूह का आईना चेहरे पे तेरे है पड़ा।
- ख़ुदा के लिए बंद ना करना पलकें अपनी,
तेरी आँखों से जलते हैं चिराग़ महफ़िल के।
- ख़ुदा जाने कैसा मायाजाल है तेरी आँखों का,
फँसने के बाद बाहर निकलने का जी भी नहीं चाहता। - हज़ारों बन्दों की रोशन है ज़िन्दगी दीदार से,
उस ख़ुदाया का है शायद दिल तेरी ऑंखें। - जब भी तेरी आँखें हल्की सी झुक के उठती हैं,
ख़ुदा के होने की मानो गवाही सी देती हैं।
– अंशु प्रिया ( Anshu Priya )
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