dukh bhari shayari with picture – दुःख भरी शायरी
दुःख भरी शायरी Dukh Bhari Shayari With Picture || Dukhi Shayari 2 Line sad
- ज़माने का इल्ज़ाम है सरफिरे हैं हम
हमारी सफाई है कि हमने मुहब्बत की है।
- लोग कहते हैं कि महफ़िल की जान हैं हम,
कैसे दिखाएँ भीतर कितने सुनसान हैं हम।
- काश कभी तुम भी ये समझ पाते,
खुद को कितना खो चुके हैं, तुमको पाते पाते।
- टूटे दिल के दर्द का सोचा तो होता,
खैर छोड़ो तुमने कब मुहब्बत की है।
- कही बातें तो समझ लेता है साथ चलता हर कोई,
तुम तो हमनवा थे, खामोशी भी समझ जाते।
- तुम्हारी उम्मीद पे में अकेला दुनिया से लड़ रहा था,
नासमझ था, कच्चे घड़े का दरिया में ऐतबार कर रहा था।
- हौले से सम्भालना देता हूँ नाज़ुक दिल,
टूटा तो दर्द का सैलाब बह निकलेगा।
- बड़े नाज़ से रखना अपना ख्वाबों का आशियाँ,
इसके नीचे मेरे टूटे दिल का मलबा भी है। - Dukh Bhari Shayari With Picture
- तुमको किया ये इशारा भी था
की नाज़ुक दिल हमारा भी था
- क्या पता था जिसपे छिड़कते थे जान
वो खुदगर्ज़ सनम आवारा भी था
- इश्क है हमे भी ये कह के वो मुड़ कर चले गए
इसी एक वादे पे ऐतबार किए हम अब तक हैं।
- रोज़ नए दिल से खेलने वाले,
तुम क्या जानो दर्द-ए-दिल क्या है।
- पाया है हमने नाम दीवाने का शहर में,
काम बस ये की उसकी इबादत की है।
- खत्म हो रही है धीरे धीरे उम्र ही सारी
और ये दर्द है कि खत्म ही नहीं होता।
- यूँ तो छोड़ आए हैं पीछे मुहब्बत पुरानी,
पर पुराना ज़ख़्म है, यूँ ही नहीं भरता।
- फिर चल रही है हवा आज,
फिर टूटे दिल का दर्द उभर जाएगा।
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Dukh Bhari Shayari With Picture
- एक दर्द सा उठा है फिर सीने में,
फिर से किताब में गुलाब मिला है।
- बेबुनियाद है इल्ज़ाम की मयकश हैं हम,
हमें तो बस इस दर्द ऐ दिल का नशा है।
- ये कोई मामूली नशा नहीं उसका इश्क़ है,
छोड़ने में वक़्त और दर्द दोनों ज्यादा होगा।
- मुमकिन था कि भूल जाते हम तुम्हें मगर
एक ये दर्द है जो कोई ज़ख़्म भरने नही देता।
-अंशु प्रिया - Dukh Bhari Shayari With Picture18 दर्द भरी शायरी
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