Essay On Tiger in Hindi बाघ के बारे में जानकारी –
- बाघ जंगल में रहने वाला एक मांसाहारी पशु है.
- बाघ भारत, नेपाल, भूटान, कोरिया, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया में ज्यादा पाया जाता है. बाघ की अधिकतम लम्बाई 13 फीट तक होती है और इसका अधिकतम वजन 300 KG तक हो सकता है. बाघ का वैज्ञानिक नाम पेंथेरा टिग्रिस है. बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है. अब दुनिया में 5,000 से भी कम बाघ बचे हैं. बाघ वन, दलदली क्षेत्रों और घास के मैदानों के पास रहना पसंद करता है. बाघ शब्द संस्कृत के व्याघ्र का बिगड़ा हुआ रूप है.
- बाघ ताकतवर और फुर्तीला होता है. यह एक अच्छा तैराक होता है. बाघ का भोजन मुख्य रूप से सांभर, चीतल, जंगली सूअर, भैंसे हिरण, इत्यादि होते हैं. बाघ के सुनने, सूँघने और देखने की क्षमता बहुत अच्छी होती है. हर बाघ का अपना एक निश्चित क्षेत्र होता है. एक सामान्य बाघ की आयु लगभग 19 वर्ष होती है. बाघ के बच्चे शिकार करना अपनी माँ से सीखते हैं. धारीदार शरीर होने के कारण यह झाड़ियों के बीच आसानी से खुद को छिपा लेता है और अचानक से अपने शिकार पर हमला करता है. दुनिया भर के लगभग 60 % बाघ भारत में पाए जाते हैं. बाघों को बचाने के लिए भारत सरकार ने 38 टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किए हुए हैं.नर बाघ आकार में मादा बाघ से बड़ा होता है. बाघ की 8 प्रजातियाँ थीं, जिनमें से अब केवल 5 हीं बची हैं. बाघ की 3 प्रजातियाँ जावा बाघ, बाली बाघ और कैरिबयाई बाघ लुप्त हो चुके हैं. बाघों का गर्भाधान काल लगभग 100-120 दिन होता है, एक बार में एक बाघिन 2-3 बच्चों को जन्म देती है. बाघ के बच्चे जन्म के 6-8 सप्ताह तक स्पष्ट रूप से नहीं देख पाते हैं. भारत सरकार के प्रयासों के कारण देश में बाघों की संख्या पहले की तुलना में बढ़ी है. फिर भी घटता प्राकृतिक वातावरण बाघों की संख्या बढ़ाने में बाधा उत्पन्न कर रहा है.
सभी सफेद बाघ भी पूरी तरह सफेद नहीं होते हैं. लगभग 100 साल पहले धरती में बाघों की संख्या लगभग 1 लाख थी. मानव द्वारा अत्यधिक शिकार करने के कारण हीं बाघ लुप्त होने की कगार में पहुँच गए हैं. बाघ एकान्तप्रिय पशु है. बाघ रात में शिकार करना पसंद करता है. बाघ बहुत एकाग्रता और धीरज से शिकार करता है. भारत में पाई जाने वाली बाघों की प्रजाति को रॉयल बंगाल टाइगर के नाम से जाना जाता है.