कलियुग पर विचार-दोहा Kalyug quotes in Hindi Status Shayari Dohe.
- कलियुग के नाम पर अपनी बुराईयों का दोष कुछ लोग भगवान को दे रहे हैं. हाँ यह सच है कि दिन-ब-दिन लोग छल और कपट से भरते जा रहे हैं. कहना मुश्किल है कि कब कौन बदल जाए.
- कई लोग कलियुग की दुहाई देकर पाप करते हैं.
Kalyug quotes in Hindi - अच्छी बातों और अच्छे लोगों का महत्व आजकल और बढ़ गया है.
kalyug suvichar shayari - किसी पर भी आँख मूंदकर भरोसा मत करना, क्योंकि कलियुग है साहब ना जाने किसका कौन सा चेहरा असली है और कौन सा चेहरा नकली.
kalyug hai sahib - कलियुग है इसलिए चारों तरफ दोहरे चेहरे भरे पड़े हैं.
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कलियुग के पांच सत्य (Kalyug ke 5 satya ) :
1. धन हीं सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है सबके लिए.
2. दूसरों से आगे निकलने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं लोग.
3. रिश्ते अब कम हीं सच्चे हैं.
4. और सब कुछ तो है लेकिन शांति कहीं नहीं है.
5. दूसरों की ख़ुशी या तरक्की पर कम हीं लोग खुश होते हैं.
Five truths of kalyug quotes
- जब दोहरे मापदंड देखता हूँ मैं, तो दिल कहता है कि घोर कलियुग है.
Ghor kalyug quotes - कलयुग में सारे रिश्ते स्वार्थ पर टिके होते हैं. कामै खत्म तो पहचान भी खत्म.
Hindi quotes of relatives in kalyug - भगवान कलियुग में पाप बढ़ाकर हमारी परीक्षा लेना चाहते हैं कि हम में कितनी हिम्मत है.
Kalyug and god quotes - ज्यादातर शिक्षक आज कल शिक्षा नहीं देते, बल्कि शिक्षा का सौदा करते हैं.
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कलियुग पर विचार-दोहा Kalyug quotes in Hindi Status Shayari
सच कहा जाये, तो माँ-बाप कलियुग में भी कपूतों से अच्छे हीं होते हैं.
Kalyug ke maa baap quotes
- इस कलियुग में भी भारतीय नारी दूसरे देशों की नारियों से ज्यादा पतिव्रता होती हैं.
Kalyug ki pativrata nari quotes - जब तक मतलब है तब तक लोग अपने हैं, वरना दिल के रिश्ते तो अब सिर्फ सपने हैं.
Kalyug nhi matlabyug chal raha h quotes pics - माँ अब भी माँ होती है, चाहे कलियुग हीं क्यों ना चल रहा हो.
Quotes on kalyug mother - ये कलियुग है यहाँ लोगों से प्यार और ईमान हर गुजरते दिन के साथ कम होता चला जा रहा है.
Ye kalyug hai quotes caption
Kalyug ke dohe – 1 Tulsidas quotes in Hindi for kalyug
कलयुग के बारे में तुलसीदास जी ने लिखा-
कलिमल ग्रसे धर्म सब, लुप्त भये सदग्रंथ।
दंभिन्ह निज मति कल्पि करि, प्रगट किए बहु पंथ।।
अर्थ – कलियुग के पापों ने सभी धर्मों को ग्रस लिया है। धर्म ग्रथों का लोप हो गया है। घमंडियों ने अपनी-अपनी बुद्धि में कल्पित रूप से अनेकों पंथ बना लिये हैं।
- Kalyug ke dohe from gita – 2
ततश्चानुदिनं धर्मः सत्यं शौचं क्षमा दया ।
कालेन बलिना राजन् नङ्क्ष्यत्यायुर्बलं स्मृतिः ॥
अर्थ- धर्म, सत्यवादिता, स्वच्छता, सहिष्णुता, दया, जीवन की अवधि, शारीरिक शक्ति और स्मृति सभी दिन-ब-दिन घटती जाएगी।
- Kalyug ke dohe from geeta – 3
वित्तमेव कलौ नॄणां जन्माचारगुणोदयः ।
धर्मन्याय व्यवस्थायां कारणं बलमेव हि ॥
अर्थ- कलयुग में जिस व्यक्ति के पास जितना धन होगा वो उतना गुणी माना जाएगा और कानून, न्याय केवल एक शक्ति के आधार पर लागू किया जाएगा।
कलियुग है भाई सच्चे रहिये लेकिन एकदम सीधे बिलकुल नहीं.
- Kalyug ke dohefrom bhagwad geeta – 4
दाम्पत्येऽभिरुचिर्हेतुः मायैव व्यावहारिके ।
स्त्रीत्वे पुंस्त्वे च हि रतिः विप्रत्वे सूत्रमेव हि ॥
अर्थ- इस युग में पुरुष-स्त्री बिना विवाह के ही केवल एक-दूसरे में रूचि के अनुसार साथ रहेंगे। व्यापार की सफलता छल पर निर्भर करेगी। कलयुग में ब्राह्मण सिर्फ एक धागा पहनकर ब्राह्मण होने का दावा करेंगे। - Kalyug ke dohe gita – 5
लिङ्गं एवाश्रमख्यातौ अन्योन्यापत्ति कारणम् ।
अवृत्त्या न्यायदौर्बल्यं पाण्डित्ये चापलं वचः ॥
अर्थ- जो मनुष्य घूस देने या धन खर्च करने में असमर्थ होगा, उसे अदालतों से ठीक-ठाक न्याय न मिल सकेगा। जो व्यक्ति बहुत चालाक और स्वार्थी होगा वो इस युग में बहुत विद्वान माना जाएगा। - Kalyug ke dohe bhagwad gita – 6
क्षुत्तृड्भ्यां व्याधिभिश्चैव संतप्स्यन्ते च चिन्तया ।
त्रिंशद्विंशति वर्षाणि परमायुः कलौ नृणाम्अ
र्थ- लोग भूख-प्यास और कई तरह की चिंताओं से दुखी रहेंगे। कई तरह की बीमारियां उन्हें हर समय घेरे रहेगी। कलियुग में मनुष्य की उम्र केवल बीस या तीस वर्ष की होगी।
Kalyug ke dohe gita – 7
दूरे वार्ययनं तीर्थं लावण्यं केशधारणम् ।
उदरंभरता स्वार्थः सत्यत्वे धार्ष्ट्यमेव हि ॥
अर्थ- लोग दूर के नदी-तालाबों को तो तीर्थ मानेंगे, लेकिन अपने पास रह रहे माता-पिता की निंदा करेंगे। सिर पर बड़े-बड़े बाल रखना ही सुंदरता मानी जायेगी और केवल पेट भरना ही लोगो का लक्ष्य होगा।
Kalyug ke dohe in Hindi