Lovely Poyam Hindi Language – लवली पोएम इन हिन्दी
Lovely Poyam Hindi Language – लवली पोएम इन हिन्दी
- किताब
कागजों के वजूद में
स्हायी के उकेंरो से
लिखे जाते हैं जब हालात
तब ही बनती है किताब।
एक अहम हिस्से का
कई अद्भुति रश्ते का
बनता, बिगड़ता है जब किरदार
तब ही बनती है किताब।
जीवन के संग्राम का
हकीकत के बयान का
बनती है जब मिसाल
तब ही बनती है किताब।
मछली की आंखों का
तितली के रंगों का
बचपन का जब होता ख्वाब
तब ही बनती है किताब।
अपने ही संघर्षों का
जीवन मूल्यों के अर्थों का
लग जाता है जब हिसाब
तब ही बनती है किताब।
यौवन के स्वरूप का
अभिव्यक्ति के रूप का
जब-जब होता है उपहास
तब ही बनती है किताब।
सौन्दर्य की परिभाषा का
मन में छुपी अभिलाषा का
होता है जब अहसास
तब ही बनती है किताब।
हर पल के उल्लास का
क्षण-क्षण के अवसाद का
मिलता है जब-जब जवाब
तब ही बनती है किताब।
बुरे वक्त साथ देती है किताब
उलझनों को सुलझाती है किताब
जब कोई नहीं साथी होता
तब हमसफर बनती है किताब।
– यषवंत भंडारी, श्यष्य
संपादक दैनिक स्वतंत्र एलान झाबुआ (म.प्र.)
- जिन्दगी
जिन्दगी अभी तो चलना सीखा है
हार कैसे मान लूं
जानती हूँ रास्ते में मिलेंगे कई काँटे
पर दौड़ लगाने का जज्बा रखती हूँ
हौसला हार कर बैठ जाऊँ
उतनी कमजोर भी नहीं
हर पल हल कदम हर दम
जिन्दगी एक नयी कसौटी है
पर कसौटी को पार करे
वही तो साहसी है
तैयार हूँ हर परीक्षा देने को
पर सुंदर परिणाम की इच्छा रखती हूँ
है कुछ सपने बाकी पूरा करने को
हार कैसे मान लू
जिन्दगी अभी तो चलना सीखा है
– अंजू गोयल
.