( Females को बाँझ बनाने वाली गांठ ) Pcod Problem Solution in Hindi :

Pcodकी समस्या और समाधान  – Pcod problem solution in Hindiयह गांठ आपको बना सकती है बाँझ || Pcod Problem Solution in Hindi

यह गांठ आपको बना सकती है बाँझ || Pcod Problem Solution in Hindi

Q. What is Hindi Meaning of pcod / Pcod full form in medical term in Hindi.
Ans: PCOD को PolyCystic Ovarian Disease या PolyCystic Ovarian Syndrome ( PCOS ) भी कहा जाता है. PCOS PCOD महिलाओं को होने वाली एक बीमारी है. 10 में से 1 महिला को PCOS PCOD की बीमारी होती है. इस लेख में हम इसी बीमारी के लक्षण, कारण, उपचार के बारे में आपको जानकारी देंगे.

  • What is Pcod problem in Hindi / Females में Pcod disease क्या है ? / Pcod क्या होता है ?
    PolyCystic Ovarian Disease ( PCOD ) या PolyCystic Ovarian Syndrome ( PCOS ) महिलाओ में होने वाली एक बीमारी है. इस समस्या से ग्रस्त ज्यादातर महिलाओ को पता नहीं होता है कि उन्हें यह समस्या है. महिलाओ में Hormones के असंतुलन के कारण अंडाशय ( Ovary ) में छोटी-छोटी गांठ तैयार हो जाती है जिस कारण महिलाओ के मासिक धर्म के साथ प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ता है. अगर समय पर PCOD का इलाज न किया जाए तो यह Cancer का रूप भी ले सकती है. महिलाओ में अंडाशय में सामान्य से अधिक मात्रा में Androgen Hormones के निर्मिति होने पर अंडाशय में छोटी-छोटी तरल पदार्थयुक्त गांठ तैयार हो जाती है जो धीरे-धीरे बढ़ने लगती है. इससे महिलाओ में प्रजनन क्षमता कम हो जाती है और महिला गर्भधारणा करने में असमर्थ हो जाती है.

Pcod के लक्षण 

  • Pcod symptoms in Hindi Language:
  • अनियमित मासिक धर्म
  • चेहरे / शरीर पर अधिक बाल
  • मुंहासे
  • रुसी
  • पेटदर्द
  • गर्भधारण में मुश्किल आना
  • यौन इच्छा में अचानक कमी आना
  • गर्भ में छोटी-छोटी गांठ जो Ultra Sound Scan करने पर दिखाई देती है
  • बार-बार गर्भपात
  • सिर के बालों का अधिक झड़ना
  • त्वचा पर दाग
    मोटापा

PCOS PCOD होने के कारण – Reasons of PCOS PCOD in Hindi

  • असंतुलित आहार : junk food, ज्यादा तेलयुक्त, वसायुक्त और अधिक मीठा आहार।
  • रोग ( Diseases ) : PCOD होने के पीछे मधुमेह ( Diabetes ) और उच्च रक्तचाप ( Hypertension ) जैसे रोग भी एक बड़ी वजह है. अनुवांशिकता भी एक कारण है. Cholesterol का बढ़ना, HDL कम होना या उच्च Triglycerides के वजह से भी PCOD हो सकता है.
  • मोटापा ( Obesity ) : मोटापे में शरीर में बढ़ी हुई चर्बी के कारण Estrogen hormone का निर्माण सामान्य से ज्यादा होता है, जो कि अंडाशय में गांठ बनाने के लिए जिम्मेदार हो सकता है.
  • तनाव ( Stress ) : धूम्रपान, शराब, रात का खाना देर से खाना इत्यादि कारणों से भी hormonal imbalance होता है.
  • PCOS PCOD होने पर क्या करें?
  • तुरंत डॉक्टर से मिलें. इसके अलावा diabetes व thyroid टेस्ट ज़रूर करवा लें क्योंकि जो भी महिला PCOS PCOD से पीड़ित होती है उसके diabetes होने के chances बढ़ जाते हैं. और हाइ इंसुलिन लेवल के कारण ओवरीज़ ज़्यादा male हॉर्मोन्स बनाने लग जाती है – और इसकी वजह से हाई BP, हाई कोलेस्ट्रॉल व दिल की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.

How to solve pcod problem naturally in Hindi

  • Pcod problem solution in ayurveda in Hindi.

  • Pcod diet chart in Hindi,
    दालचीनी – एक टी स्पून दालचीनी का पाउडर गर्म पानी में मिलाकर पी लें. आप चाहें तो इसे अपने cereal, ओटमील, दही या चाय में मिला कर भी पी या खा सकती हैं. इसका सेवन रोज करें, जब तक आपको सुधार न दिखने लगे.
  • अलसी – 1-2 टेब्लस्पून ताज़ी पीसी हुई अलसी को पानी में मिलाकर पी लें. इसे रोजाना तब तक पिए, जब तक आपको नतीजे न मिलने लगे.
  • मेथीदाना – तीन टी स्पून मेथीदाने को पानी में 7-8 घंटे के लिए भिगो दें. फिर सुबह खाली पेट एक टी स्पून भीगा हुआ मेथीदाना शहद के साथ मिलाकर खा लें. इसी तरह से एक-एक टीस्पून लंच व डिनर के 10 मिनट पहले खा लें. इस उपाय को कुछ महीने तक करें, जब तक आपको मनचाहे नतीजे ना मिलें.
  • Apple Cider Vinegar – दो टी स्पून apple cider vinegar को एक ग्लास पानी में मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट व लंच और डिनर से पहले पिएं. इसे कुछ महीने करें, जब तक आपको बीमारी से छुटकारा ना मिल जाए.
  • कोई भी नुस्खा आज़माने से पहले डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें.

Pcod ka ilaj treatment / Home remedies for pcod in Hindi

  • Weight contol करें – वज़न ज़्यादा होने से PCOS की समस्या गंभीर हो जाती है. Weight कम करने से androgen का लेवल व दूसरी समस्याएं भी कम होंगी और पीरियड भी नियमित रूप से आने लगेगा. अगर इसके कारण आपको pregnant होने में समस्या हो रही है तो वज़न कम करने से ये समस्या भी दूर हो सकती है, इसलिए वज़न कम करना बेहद ज़रूरी है.
  • Regular Exercise करें – वॉक, स्विमिंग, जोगिंग, cycling etc किसी भी तरह की कसरत नियमित रूप से करें.

Tension free रहें – इसके लिए आप प्राणायाम व meditation भी कर सकती हैं.

  • सही लाइफस्टाइल का चुनाव करें – स्मोकिंग, alcohol, कोल्ड ड्रिंक्स, जंक फूड, caffeine… इन सभी चीजों से दूर रहे क्योकि ये शरीर को dehydrate करती हैं व दूसरे और भी नुकसान पहुंचाती है.
  • जल्दी उठें व पूरी नींद लें.
  • खान-पान का रखे ध्यान – खाने में ओमेगा 3 फेटी एसिड्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें जैसे अलसी, फिश, अखरोट etc. अपनी डाइट में विटामिन B2, B3, B5 व B6 को शामिल करें, Whole grains, नट्स, ताज़े seasonal फल व सब्जियां अपनी रोज की डाइट में शामिल करें. दिन में 3 लीटर पानी पिएं.

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