Poem On Success in Hindi – सफलता पर हिन्दी कविता
सफलता पर हिन्दी कविता – Poem On Success in Hindi Safalta
- समय तो लगता है, शिखर पे जाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
पंछी को उड़ने में
चींटी को चढ़ने में
महल बनाने में
घर सजाने में
सागर में जाके
मोती निकालने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
कविता बनाने में
अलंकार सजाने में
रस को दिखाने में
छन्द सजाने में
अच्छा कवि बनने में
लोकप्रिय होने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
साज बनाने में
संगीत सजाने में
दिल में उतरने में
प्रेम जगाने में
शिक्षा ग्रहण करने में
अच्छे विचारक बनने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
घडा़ बनाने में
परिपक्वता लाने में
नयी खोज करने में
मूल्यता दिलाने में
गिरे हुए पत्थर को
मूर्ति बनाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
होना निराश कभी
प्राणी तू जग में
क्योकि समय तो लगता है
समय बदलने में
बंजर धरती में
फसल उगाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
– कंचन पाण्डेय Mirzapur ( उत्तर प्रदेश )
- मंजिल
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
हौसला रख दिल में अपने
ख्वाहिशे तेरी पूरी होगी
संकल्प ले यदि मन में अपने
उत्साह कभी ना कम होंगे
बढ़े थे, बढ़े हैं और बढ़ते रहेंगे
हर बेडी़यो को तोड़ते रहेंगे
अगर दूर दिखती हो तेरी मंजिल
सब्र कर तू कभी गम ना कर
झोपड़ी से महल यदि है तुझको बनाना
तो कोशिश को अपने कभी कम ना कर
बड़ा चल बड़ा चल तू हर क्षण बढ़ा चल
तेरी मंजिल मिलेगी कभी ना कभी
विश्वास रख तू खुदा पर अपने
ख्वाइश तेरी पूरी होगी
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
– कंचन पाण्डेय Mirzapur ( उत्तर प्रदेश ) - बेरोजगारी पर कविता – Poem On Berojgari Ki Samasya in Hindi
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