Poem on teachers day in Hindi शिक्षक दिवस पर कविता
Poem on teachers day in Hindi
शिक्षक
शिक्षक हैं समाज, सभ्यता, संस्कृति के रक्षक
जीवन के अनजानी राहों के पथप्रदर्शक
अनमोल है इनकी कही हर वाणी
भेदभाव की नीति इन्होंने कभी ना जानी
अपने अनुभवों से नीति-न्याय की बातें सिखाते
अनुशासन का पालन करवाते
दृढ़-निश्चयी बनाते
सफलता के लिए प्रेरित करते
भटके को राह दिखाते
नसीब पर नहीं, कर्म पर भरोसा करना सिखाते
लेकर परिक्षाएँ कड़ी घड़ी-घड़ी
परिचय हमारा खुद से ये करवाते
अज्ञान दूर कर ज्ञान की ज्योत जलाते…
अपनी विद्या का करके दान…
मानवता का करते ये कल्याण
कर्त्तव्यनिष्ठ शिक्षक होते हैं
स्वयं ईश्वर के समान
शिक्षा है जिनका धर्म-ईमान
शिक्षित हो समाज है इनका गान
– ज्योति सिंह देव
शिक्षक
मैं तो कोरा कागज था
उसने अपनी कलम से
नाम मेरा लिख दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
राह दिखाई चलने की
जीवन का लक्ष्य दिखाकर
मंजिल तक पहुँचा दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
पग पग पर मार्गदर्शन करके
नई नई बातें सिखाकर
आदर्शों का पाठ पढ़ा दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
मेरे अबोध अज्ञानी मन को
सत्य का उजाला देकर
ज्ञानी मुझे बना दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
सही गलत का भेद बताकर
जीवन को नए आयाम देकर
संस्कारों का पाठ पढ़ा दिया
वही तो मेरा सच्चा शिक्षक है ।
– अंजू गोयल – हैदराबाद ।
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Wow what a amazed type of poem I have no words to explain about it ??
ati sunder lines ji !
Dhanwad
Sir main kuch kabita likha hu main upload karna chahta hu .kya main kar sakta hu ;kya mughe kuch paisa mil sakta hai
बहुत ही उम्दा …. सुन्दर प्रस्तुति …. ऐसे ही लिखते रहिये और लोगों का मार्गदर्शन करते रहिये। 🙂 🙂