रिश्तों पर कविता – Relationship Poems in Hindi – रिश्तों की एहमियत :

Relationship Poems in Hindi – रिश्तों  पर कविता
रिश्तों  पर कविता - Relationship Poems in Hindi - रिश्तों की एहमियत

  • रिश्तों की एहमियत
  • ये दुनिया बहुत बड़ी है,
    इसमें बहुत से रिश्ते हैं।
    हर रिश्ते में बहुत ख़ुशी है,
    ये कोई झुठला नहीं सकता।
    पिता के जैसी सीख,
    कोई दे नहीं सकता।
    माता के जैसा प्यार,
    कोई कर नहीं सकता।
    भाई के जैसी रक्षा,
    कोई कर नहीँ सकता।
    बहन के जैसा साथ,
    कोई दे नहीँ सकता।
    ये रिश्ते बहुत अनमोल हैं,
    इन्हें कोई तोड़ नहीँ सकता।
    चाहकर भी इनसे मुंह,
    मोड़ नही सकता ।
    – चारू चौधरी
  • बहन की तमन्ना
    इंसान के रूप में मैंने जन्म लिया, ये उस खुदा की रहमत है!
    पर मेरी कोई बहन नहीं ये मेरी फूटी किस्मत है!
    मुझे बेटा बना कर भेजा गया, अच्छे माता पिता मिले भरा पूरा परिवार मिला!
    फिर भी लगता है जैसे अधूरा सा है संसार मिला!!
    सबके खुशी का कारण बनता हूँ !
    पर कोई नहीं जानता तनहाइयों में छुुप छुप कर रोता हूँ!!
    अाखिर क्या ख़ता हुई हमसे!
    जो छोटी सी आरज़ू भी न पूरी की गई तुझसे!!
    पूरी दुनिया स्वार्थी है ये तो जानता था!
    पर तू सबका मालिक होकर भी स्वार्थी है ये आज पता चला है मुझे!!
    क्या बहन इतनी किमती होती है!
    जो हर किसी को नहीं दी जा सकती!!
    आखिर बदनसीब ही बनाना था तो इंसान क्यों बनाया मुझे!
    बहन देनी ही नहीं थी तो बहन की आशा क्यों जगाई मुझमें !!
    – नमिता कुमारी
  • rishton kee ehamiyat.
    ye duniya bahut badee hai,
    isamen bahut se rishte hain.
    har rishte mein bahut khushee hai,
    ye koee jhuthala nahin sakata.
    pita ke jaisee seekh,
    koee de nahin sakata.
    maata ke jaisa pyaar,
    koee kar nahin sakata.
    bhaee ke jaisee raksha,
    koee kar naheen sakata.
    bahan ke jaisa saath,
    koee de naheen sakata.
    ye rishte bahut anamol hain,
    inhen koee tod naheen sakata.