वो किसी और से प्यार करते हैं शायरी || Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari :

वो किसी और से प्यार करते हैं शायरी || Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari
वो किसी और से प्यार करते हैं शायरी || Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari

वो किसी और से प्यार करते हैं शायरी || Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari

  • यहाँ हम उनके लिए दिन-रात तड़पा करते हैं
    और वो हैं जो किसी और से प्यार करते हैं.
  • किसी बेवफा के लिए मैं जान नहीं देने वाला
    कह दो उनसे, जो किसी और से प्यार करते हैं.
  • उनके प्यार में खुद को बर्बाद करने से पहले
    काश मैं जान जाता, वो किसी और से प्यार करते हैं.
  • तुझे जीना है अब उसके बिना ये बात जान ले
    क्योंकि वो किसी और पे मरता है.
  • जब उसके प्यार ने हमें जीने के लायक नहीं छोड़ा
    तब हमें पता चला वो किसी और से प्यार करते हैं.
  • किसी पे जी-जान से मरने से पहले इतना जरुर जान लेना
    कहीं वो किसी और से तो प्यार नहीं करता है.
  • जिस पर हमें नाज था, उसी ने भरोसा चूर-चूर किया
    पहले दिल लगाया फिर अकेले रोने को मजबूर किया.
  • अब जाकर उसकी बेरुखी का सबब समझ आया मुझे
    कि वो हमेशा से किसी और पे मरती थी.
  • प्यार की कसमें मेरे साथ खाई थी उसने
    पर वफा किसी और से निभाई उसने.
  • धोखा भी इतना खूबसूरत हो सकता है ये मैंने तब जाना
    जब ये पहचाना, वो अब किसी और से मिलता-जुलता है.
  • दिल के बाग को बहार से भर दिया था जिसने
    वही सबकुछ तबाह करके चला गया.
  • हम तो उनके लिए सीढ़ी की तरह थे
    हमारा इस्तेमाल करके वो दूसरे के हो गये.
  • Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari

  • उनकी बदली नियत ने बता दिया था
    कि अब हम उनके अजीज न रहे
    अब किसी और पर मरने लगी है वो
    अब हम उनके दिल के करीब न रहे.
  • जिसके लिए हमने जमाने से दुश्मनी मोल ली
    उसी को हमारी जरा सी भी कद्र न रही
    वो हमें छोड़कर किसी और का हो गया.
  • कोई कैसे यकीन करे अब इश्क-मोहब्बत पर
    उम्र भर साथ चलने का दम भरने वाले
    अब कुछ रोज में ठिकाना बदल लेते हैं.

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