Shayari on father and daughter in Hindi – baap beti shayari Hindi
- पूरे घर की जान होती है बेटियाँ,
दो कुलों की मान होती है बेटियाँ.
- अपने शौक को दबा कर जीना सीख जाती हैं,
ना जाने बेटियाँ ये हुनर कहाँ से लाती हैं.
- अपनी बेटी के कन्यादान का सपना हर रोज देखता था जो पिता,
फूट-फूट कर रोया था वो, जब वही सपना पूरा होने को आया.
- ना कोई गाड़ी, ना कोई बंगला चाहिये,
बस सलामत रहे माँ-बाप, ऐसी दुआ चाहिये.
- नन्ही सी परी को उसने गोद में खिलाया होगा,
हर दुःख-दर्द से उसे बचाया होगा,
ना जाने कितने आंसुओं को दफन कर,
उसके पिता ने कन्यादान का फर्ज निभाया होगा.
- अपनी जरूरतों को नजरअंदाज करके अक्सर
हमारी ख्वाइशों को पूरी करते हैं पापा. - अपने बच्चों का बोझ वो कंधे पे उठा लेता है,
वो बाप है साहेब, बच्चों के लिये हर गम उठा लेता है,
- बेटी को पढ़ा-लिखा कर काबिल बनाया है,
इस तरह एक बाप ने उसे आत्मसम्मान दिलाया है.
- मेरे लिये वो दुनिया से लड़ जाते हैं,
पिता बच्चों के लिए कुछ भी कर जाते हैं.
- अपने बच्चों को हर खुशी वो देता है,
वो बाप है साहेब बस बच्चों के लिए हीं सांसे लेता है.
- पिता की जान होती है बेटियाँ,
पिता का अभिमान होती है बेटियाँ.
- सब सुख एक तरफ है,
माता-पिता की मुस्कान एक तरफ है.
- अपनी सारी कमाई अपने बच्चों पर लगा कर खुश हो जाता है,
वो पिता है अपने बच्चों को खुश देखकर हीं खुश हो जाता है.
- माँ ममता की मूरत है,
पापा त्याग की सूरत है.
- चिड़ियों सी चहकती रहती है बेटियाँ,
मायके में जब तक रहती है बेटियाँ.
- हर बात में नखरे करती हैं बेटियाँ,
जब तक पिता के घर में रहती हैं बेटियाँ.
- पापा की हर तकलीफ को वो भाँप लेती है,
बेटियां पापा के सुख-दुःख को जान लेती है.
- बेटी है तो आज है, बेटी है तो कल है.
- मेरे हँसी के पीछे का गम वो जान लेते हैं,
पिता हैं वो, इसलिए मेरे दिल की हालत पहचान लेते हैं.
- बेटी हूँ मैं, मेरी बस इतनी कहानी है
मेरी दुनिया माँ से शुरू, और पिता पे खत्म है. - मैंने पापा से दुनियादारी सीखी है,
शायद इसलिए मैं धोखे और फरेब से दूर हूँ.
- पापा के दुःखो को बाँटती है बेटियाँ,
इस तरह सन्तान होने का फर्ज निभाती है बेटियाँ.
- चिलचिलाती धूप में जब भी मुझे छांव की तलाश होती है
तो मेरी बेचैन नजरें बस मेरे पिता को खोजती हैं.
- हर पिता का बेटी से दिल का रिश्ता होता है,
तभी तकलीफ बेटी को हो, तो दर्द पिता को होता है.
- तुम आँखों से अपनी तकलीफ कहना पापा
मैं आँखों से तुम्हारा हर दर्द समझ लूंगी पापा.
- अपनेपन का पाठ वो सिखाते हैं,
आखिर पिता हैं वो……
इसलिए बस प्यार की बात वो बताते हैं.
- अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी के लिये, दिन-रात मेहनत करता है,
वो पिता है साहेब, बच्चों को पालने के लिये, जीता-मरता है।
- बेटों से बिल्कुल कम नहीं होती है बेटियाँ,
ये बात, पापा हरदम बताते हैं,
इसलिए वो, बेटे-बेटी में भेद नहीं कर पाते हैं.
- बेटे पापा की “जायदाद” बाँटते हैं,
और बेटियाँ पापा की “तकलीफ” बाँटती है.
- बेटी की हर ख्वाइश पूरी नहीं होती,
फिर भी बेटियाँ कभी अधूरी नहीं होती।
- हर बेटी की पहचान होता है पिता,
हर बेटी का अरमान होता है पिता,
बेटियों के लिए पूरा आसमान होता है पिता।
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